सट्टा माफियाओं की गिरफ्त में जकड़ा है मंडी पुलिस चौकी का क्षेत्र, जगह जगह पर हो रही खुलेआम सट्टे की खाईबाडी


मेरठ। संदीप, सोहनपाल, रोहताश,शैलेश,चमन,शादाब, मुकेश ये नाम उन लोगों के हैं जो पुलिस के कुछ भ्रष्ट सिपाहियों के संरक्षण में पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देशों का पालन न करते हुए बड़े ही पैमाने पर खुलेआम सट्टे की खाईबाडी के अवैध कारोबार को अंजाम देकर प्रतिदिन लाखों रुपए कमाकर मजदूरों की दिन भर की कमाई अपने दोनों हाथों से लूट रहे हैं।


यह काला कारोबार मेरठ जनपद के टीपीनगर थाना क्षेत्र की मंडी पुलिस चौकी क्षेत्र में बाखूबी अंजाम देकर यहां के एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसएसपी, एसपी, सीओ व थानाध्यक्ष की आंखों में धूल झौंकी जा रही है। यहां पर संदीप, सोहनपाल, रोहताश, शैलेश, चमन, शादाब, मुकेश बड़े ही पैमाने पर सट्टे की खाईबाडी का काम कर रहे हैं। पुलिस को समय समय पर यहां के संभ्रांत नागरिकों द्वारा शिकायतें की जाती हैं लेकिन पुलिस इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं होती।


बस पुलिस को यहीं रटा रटाया जवाब मिलता है कि ठीक है हम इनको पकड़ेंगे लेकिन पुलिस इनको बिल्कुल भी नहीं पकड़ती बल्कि अपने उच्चअधिकारियों के छापा लगने की डर की वजह से इनको चौकन्ना जरूर कर देते हैं। पुलिस पर जब कभी किसी की शिकायत पर उच्चअधिकारियों का दबाव आता है तो वे खानापूर्ति करते हुए अपने उच्चअधिकारियों को खुश करने की गरज से एक दो ऐसे लोगों का चालान सट्टे की खाईबाडी में कर देते हैं जो बेचारे इन सट्टा माफियाओं के चंगुल में फंसकर लालचवश जेल जाना मंजूर कर लेते हैं। जिसके चलते इन लोगो को किसी का डर नहीं रहता।


तभी ये बैखोफ होकर बड़े ही पैमाने पर खुलेआम सट्टे की खाईबाडी के अवैध कारोबार को अंजाम देकर यहां का वातावरण खराब करने में लगे हैं। इस बारे में जब भी पुलिस से बात होती है तो पुलिस का यही जवाब हर पत्रकार को होता है कि ठीक है हम इन पर जल्द ही रेड डालकर जेल भेजेंगे। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता। कुल मिलाकर इस क्षेत्र में इन सट्टा माफियाओं का राज सा हो गया है। जगह जगह सट्टे की खाईबाडी जोरों शोरों पर हो रही है। कोई कुछ कहने वाला नहीं है। क्या यहां के अधिकारी इस और ध्यान देंगे। या यूं ही गरीब, मजदूर और भोला भाला युवा इसी तरह से बर्बाद होता रहेगा।